भारत का इतिहास
Hind History
(History of India)
भारत, जिसे प्राचीन काल में 'आर्यवर्त' और 'जम्बूद्वीप' के नाम से जाना जाता था, एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर वाला देश है। इसका इतिहास अत्यंत विस्तृत और विविधतापूर्ण है। आइए जानते हैं, वर्ष 0001 से 2025 तक भारत में क्या-क्या महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं।
1. प्राचीन काल (0001 से 500 ईस्वी)
2. मध्यकाल (501 से 1500 ईस्वी)
3. आधुनिक काल (1501 से 1947)
4. स्वतंत्र भारत (1947 से 2025)
भारत का इतिहास
भारत का इतिहास अत्यंत प्राचीन और विविधतापूर्ण है। यह भूमि हजारों वर्षों से विभिन्न संस्कृतियों, धर्मों, और सभ्यताओं का केंद्र रही है।
प्राचीन भारत
प्राचीन भारत में सिंधु घाटी सभ्यता (लगभग 3300 ईसा पूर्व से 1300 ईसा पूर्व) विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक मानी जाती है। यह सभ्यता अपने उन्नत शहरी नियोजन, जल निकासी प्रणाली, और व्यापारिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध थी। इसके बाद वैदिक काल (1500 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व) आया, जिसमें वेदों की रचना हुई और हिंदू धर्म के मूलभूत सिद्धांत स्थापित हुए।
मौर्य और गुप्त साम्राज्य
चंद्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की, जिसे उनके पोते अशोक महान ने शिखर पर पहुँचाया। अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म को अपनाया और अहिंसा का संदेश फैलाया। गुप्त साम्राज्य (लगभग 320 से 550 ईस्वी) को भारत का स्वर्ण युग कहा जाता है, जिसमें कला, विज्ञान, गणित, और साहित्य का अभूतपूर्व विकास हुआ।
मध्यकालीन भारत
मध्यकालीन भारत में दिल्ली सल्तनत और मुग़ल साम्राज्य का उदय हुआ। अकबर, शाहजहाँ, और औरंगज़ेब जैसे शासकों ने इस समय भारत पर शासन किया। मुग़ल काल में स्थापत्य कला, संगीत, और साहित्य को नई ऊँचाइयाँ मिलीं। ताजमहल जैसे भव्य स्मारक इसी युग की देन हैं।
आधुनिक भारत
आधुनिक भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का आगमन और धीरे-धीरे भारत पर औपनिवेशिक शासन का विस्तार हुआ। 1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रमुख चरण था। महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में भारत ने 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त की।
स्वतंत्रता के बाद
स्वतंत्रता के बाद, भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और आर्थिक, सामाजिक, तथा तकनीकी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की। आज भारत विश्व की सबसे तेजी से विकसित होने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और वैश्विक मंच पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कर रहा है।


भारत का प्राचीन काल 0001 से 500 ईस्वी तक चला। इस काल में भारत में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं, जैसे कि वैदिक सभ्यता का उदय, मौर्य साम्राज्य का स्थापना, बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म का प्रसार, कला और वास्तुकला का विकास और गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग।
वैदिक सभ्यता (1500 ईसा पूर्व - 600 ईसा पूर्व)
वैदिक सभ्यता भारत की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक थी। यह सभ्यता उत्तर-पश्चिम भारत में सिंधु नदी के तट पर विकसित हुई थी। वैदिक सभ्यता के लोग कृषि, पशुपालन और व्यापार करते थे। वे आर्य भाषा बोलते थे, जो संस्कृत भाषा की पूर्ववर्ती थी। वैदिक सभ्यता के लोग वेदों की पवित्र पुस्तकों का पालन करते थे। वेदों में हिंदू धर्म के मूल सिद्धांतों का वर्णन है।
मौर्य साम्राज्य (322 ईसा पूर्व - 185 ईसा पूर्व)
मौर्य साम्राज्य भारत का पहला बड़ा साम्राज्य था। इस साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य ने की थी। चंद्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में नंद साम्राज्य को पराजित किया और मौर्य साम्राज्य की स्थापना की। मौर्य साम्राज्य का विस्तार उत्तर-पश्चिम भारत से लेकर दक्षिण भारत तक था। मौर्य साम्राज्य के शासकों ने भारत में शांति और समृद्धि लाने के लिए कई प्रयास किए। इन प्रयासों में शामिल थे:
कलिंग युद्ध में विजय प्राप्त करना और बौद्ध धर्म अपनाना
अशोक स्तंभों का निर्माण करना, जिन पर बौद्ध धर्म के सिद्धांत लिखे हुए थे
सड़कों, कुओं और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं का निर्माण करना
मौर्य साम्राज्य के बाद, भारत में कई छोटे-छोटे राज्यों का शासन रहा। इन राज्यों में से कुछ महत्वपूर्ण थे:
शुंग साम्राज्य (185 ईसा पूर्व - 73 ईसा पूर्व)
कण्व साम्राज्य (73 ईसा पूर्व - 28 ईसा पूर्व)
सातवाहन साम्राज्य (230 ईसा पूर्व - 220 ईस्वी)
गुप्त साम्राज्य (320 ईस्वी - 550 ईस्वी)
गुप्त साम्राज्य भारत का दूसरा बड़ा साम्राज्य था। इस साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त प्रथम ने की थी। चंद्रगुप्त प्रथम ने 320 ईस्वी में गुप्त साम्राज्य की स्थापना की। गुप्त साम्राज्य का विस्तार उत्तर-पश्चिम भारत से लेकर दक्षिण भारत तक था। गुप्त साम्राज्य के शासकों ने भारत में शांति और समृद्धि लाने के लिए कई प्रयास किए। इन प्रयासों में शामिल थे:
कला और वास्तुकला का विकास
विज्ञान और साहित्य का प्रोत्साहन
व्यापार और वाणिज्य का विकास
गुप्त साम्राज्य के बाद, भारत में कई छोटे-छोटे राज्यों का शासन रहा। इन राज्यों में से कुछ महत्वपूर्ण थे:
हर्षवर्धन साम्राज्य (606 ईस्वी - 647 ईस्वी)
पाल साम्राज्य (750 ईस्वी - 1174 ईस्वी)
राष्ट्रकूट साम्राज्य (756 ईस्वी - 982 ईस्वी)
बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म का प्रसार
भारत में बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म का प्रसार प्राचीन काल में हुआ था। बौद्ध धर्म की स्थापना गौतम बुद्ध ने की थी। गौतम बुद्ध ने 563 ईसा पूर्व में उत्तर भारत में जन्म लिया था। उन्होंने 29 वर्ष की आयु में ज्ञान प्राप्त किया और बौद्ध धर्म की स्थापना की। बौद्ध धर्म के अनुयायी मानते हैं कि दुख से मुक्ति पाने का एकमात्र तरीका है बुद्ध के सिद्धांतों का पालन करना।
हिंदू धर्म भारत का सबसे पुराना धर्म है। हिंदू धर्म के अनुयायी मानते हैं कि ब्रह्मांड में एक सर्वशक्तिमान ईश्वर है। वे यह भी मानते हैं कि मनुष्य का पुनर्जन्म होता है और उनका कर्म उनके अगले जन्म को निर्धारित करता है।
कला और वास्तुकला का विकास
भारत में कला और वास्तुकला का विकास प्राचीन काल में हुआ था। इस काल में कई महत्वपूर्ण स्मारक बनाए गए थे, जैसे कि अशोक स्तंभ, बौद्ध स्तूप और गुप्त काल के मंदिर।
गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग
गुप्त साम्राज्य को भारत का स्वर्ण युग कहा जाता है। इस काल में भारत में कला, विज्ञान, साहित्य और व्यापार का विकास हुआ। गुप्त साम्राज्य के शासकों ने भारत में शांति और समृद्धि लाने के लिए कई प्रयास किए। इन प्रयासों के कारण, भारत एक समृद्ध और शक्तिशाली देश बन गया।


भारत का मध्यकाल 501 से 1500 ईस्वी तक चला। यह एक ऐसा समय था जब भारत ने राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुत विकास किया। इस समय के दौरान, भारत में कई शक्तिशाली राजवंशों का शासन रहा, जिनमें गुप्त वंश, पाल वंश, राष्ट्रकूट वंश और दिल्ली सल्तनत शामिल हैं।
501-600 ईस्वी:
गुप्त वंश का शासन (501-550 ईस्वी): गुप्त वंश ने भारत में "स्वर्ण युग" की स्थापना की। इस समय के दौरान, भारत में कला, साहित्य और विज्ञान का विकास हुआ। गुप्त वंश के शासकों ने कई मंदिर, मूर्तियां और स्मारक बनवाए।
हर्षवर्धन का शासन (606-647 ईस्वी): हर्षवर्धन एक शक्तिशाली राजा थे जिन्होंने उत्तर भारत पर शासन किया। उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रचार किया और कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
601-700 ईस्वी:
पाल वंश का शासन (643-750 ईस्वी): पाल वंश ने बंगाल और बिहार पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में बौद्ध धर्म का विकास हुआ। पाल वंश के शासकों ने कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
राष्ट्रकूट वंश का शासन (756-973 ईस्वी): राष्ट्रकूट वंश ने दक्षिण भारत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में हिंदू धर्म का विकास हुआ। राष्ट्रकूट वंश के शासकों ने कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
701-800 ईस्वी:
प्रतिहार वंश का शासन (720-1018 ईस्वी): प्रतिहार वंश ने उत्तर भारत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में हिंदू धर्म का विकास हुआ। प्रतिहार वंश के शासकों ने कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
पाल वंश का पुनरुद्धार (800-977 ईस्वी): पाल वंश ने बंगाल और बिहार पर पुनः शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में बौद्ध धर्म का विकास हुआ। पाल वंश के शासकों ने कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
801-900 ईस्वी:
राष्ट्रकूट वंश का पुनरुद्धार (814-927 ईस्वी): राष्ट्रकूट वंश ने दक्षिण भारत पर पुनः शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में हिंदू धर्म का विकास हुआ। राष्ट्रकूट वंश के शासकों ने कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
गुर्जर-प्रतिहार वंश का शासन (840-1018 ईस्वी): गुर्जर-प्रतिहार वंश ने उत्तर भारत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में हिंदू धर्म का विकास हुआ। गुर्जर-प्रतिहार वंश के शासकों ने कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
901-1000 ईस्वी:
राष्ट्रकूट वंश का पतन (973 ईस्वी): राष्ट्रकूट वंश का पतन हो गया और दक्षिण भारत में कई छोटे-छोटे राज्यों की स्थापना हुई।
चोल वंश का शासन (907-1279 ईस्वी): चोल वंश ने दक्षिण भारत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में हिंदू धर्म का विकास हुआ। चोल वंश के शासकों ने कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
पल्लव वंश का शासन (600-900 ईस्वी): पल्लव वंश ने दक्षिण भारत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में हिंदू धर्म का विकास हुआ। पल्लव वंश के शासकों ने कई मंदिर और स्मारक बनवाए।
1001-1100 ईस्वी:
गजनी वंश का आक्रमण (1001-1027 ईस्वी): गजनी वंश के शासकों ने भारत पर कई आक्रमण किए। उन्होंने कई मंदिर और स्मारक नष्ट कर दिए।
मुहम्मद गौरी का आक्रमण (1175-1206 ईस्वी): मुहम्मद गौरी ने भारत पर कई आक्रमण किए। उन्होंने दिल्ली सल्तनत की स्थापना की।
1101-1200 ईस्वी:
दिल्ली सल्तनत की स्थापना (1206 ईस्वी): मुहम्मद गौरी ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना की। दिल्ली सल्तनत ने भारत पर 300 सालों तक शासन किया।
कुतुब मीनार का निर्माण (1193-1325 ईस्वी): कुतुब मीनार दिल्ली में एक मीनार है। इसे कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनवाया था।
लाल किले का निर्माण (1639-1648 ईस्वी): लाल किले दिल्ली में एक किला है। इसे शाहजहां ने बनवाया था।
1201-1300 ईस्वी:
दिल्ली सल्तनत का शासन (1206-1526 ईस्वी): दिल्ली सल्तनत ने भारत पर 300 सालों तक शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में इस्लाम धर्म का विकास हुआ। दिल्ली सल्तनत के शासकों ने कई मस्जिदें, मकबरे और स्मारक बनवाए।
खिलजी वंश का शासन (1290-1320 ईस्वी): खिलजी वंश ने दिल्ली सल्तनत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में इस्लाम धर्म का विकास हुआ। खिलजी वंश के शासकों ने कई मस्जिदें, मकबरे और स्मारक बनवाए।
तुगलक वंश का शासन (1320-1414 ईस्वी): तुगलक वंश ने दिल्ली सल्तनत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में इस्लाम धर्म का विकास हुआ। तुगलक वंश के शासकों ने कई मस्जिदें, मकबरे और स्मारक बनवाए।
1301-1400 ईस्वी:
तैमूर लंग का आक्रमण (1398 ईस्वी): तैमूर लंग ने भारत पर आक्रमण किया। उन्होंने दिल्ली को लूट लिया और कई मस्जिदें, मकबरे और स्मारक नष्ट कर दिए।
लोदी वंश का शासन (1451-1526 ईस्वी): लोदी वंश ने दिल्ली सल्तनत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में इस्लाम धर्म का विकास हुआ। लोदी वंश के शासकों ने कई मस्जिदें, मकबरे और स्मारक बनवाए।
1401-1500 ईस्वी:
विजयनगर साम्राज्य का शासन (1336-1565 ईस्वी): विजयनगर साम्राज्य ने दक्षिण भारत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में हिंदू धर्म का विकास हुआ। विजयनगर साम्राज्य के शासकों ने कई मंदिर, मूर्तियां और स्मारक बनवाए।
बहमनी साम्राज्य का शासन (1347-1527 ईस्वी): बहमनी साम्राज्य ने दक्षिण भारत पर शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में इस्लाम धर्म का विकास हुआ। बहमनी साम्राज्य के शासकों ने कई मस्जिदें, मकबरे और स्मारक बनवाए।
यह भारत के मध्यकाल का एक संक्षिप्त विवरण है। इस समय के दौरान, भारत ने राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुत विकास किया। भारत के मध्यकाल ने भारत की संस्कृति और सभ्यता को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


भारत का आधुनिक काल 1501 से 1947 तक चला। यह एक ऐसा समय था जब भारत ने राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुत विकास किया। इस समय के दौरान, भारत में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं, जिनमें शामिल हैं:
1501-1600:
मुगल साम्राज्य की स्थापना (1526): मुगल साम्राज्य ने भारत पर 300 सालों तक शासन किया। इस समय के दौरान, भारत में इस्लाम धर्म का विकास हुआ। मुगल साम्राज्य के शासकों ने कई मस्जिदें, मकबरे और स्मारक बनवाए।
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना (1600): ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में व्यापार करने के लिए 1600 में स्थापना की थी। 1857 में, कंपनी ने भारत पर सीधा शासन शुरू किया।
1601-1700:
मुगल साम्राज्य का शिखर (1605-1658): मुगल साम्राज्य अपने शिखर पर था जब शाहजहां शासन कर रहे थे। इस समय के दौरान, भारत में कला, साहित्य और वास्तुकला का विकास हुआ। शाहजहां ने कई मस्जिदें, मकबरे और स्मारक बनवाए, जिनमें ताजमहल भी शामिल है।
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रभाव बढ़ता गया (1600-1700): ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रभाव भारत में बढ़ता गया। कंपनी ने व्यापार, राजनीति और सैन्य शक्ति का उपयोग करके भारत पर अपना नियंत्रण बढ़ाया।
1701-1800:
मुगल साम्राज्य का पतन (1707-1857): मुगल साम्राज्य का पतन 1707 में औरंगजेब की मृत्यु के बाद शुरू हुआ। साम्राज्य ने कई आंतरिक संघर्षों और बाहरी आक्रमणों का सामना किया। 1857 में, मुगल साम्राज्य का अंत हो गया।
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन (1757-1857): ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1757 में प्लासी की लड़ाई में मुगल सेना को हराया। इस जीत ने कंपनी को भारत पर सीधा शासन करने की अनुमति दी। कंपनी ने भारत में व्यापार, राजनीति और सैन्य शक्ति का उपयोग करके अपना नियंत्रण बढ़ाया।
1801-1900:
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम (1857): भारतीय स्वतंत्रता संग्राम 1857 में शुरू हुआ। यह संग्राम ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीयों का विद्रोह था। संग्राम असफल रहा, लेकिन इसने भारतीयों में राष्ट्रीयता की भावना को जगाया।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना (1885): भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 में हुई। यह एक राष्ट्रीयवादी राजनीतिक पार्टी थी जिसने भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए संघर्ष किया।
1901-1947:
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन (1919-1947): भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन 1919 में शुरू हुआ। यह आंदोलन ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीयों का एक शांतिपूर्ण विद्रोह था। आंदोलन 1947 में भारत की स्वतंत्रता के साथ समाप्त हुआ।
भारत छोड़ो आंदोलन (1942): भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में शुरू हुआ। यह आंदोलन ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीयों का एक और विद्रोह था। आंदोलन ने ब्रिटिश सरकार को भारत से जाने के लिए मजबूर कर दिया।
भारत की स्वतंत्रता (1947): भारत 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटेन से स्वतंत्र हुआ। भारत दो देशों में बंट गया, भारत और पाकिस्तान।
यह भारत के आधुनिक काल का एक संक्षिप्त विवरण है। इस समय के दौरान, भारत ने राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुत विकास किया। भारत के आधुनिक काल ने भारत की संस्कृति और सभ्यता को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


भारत का स्वतंत्र भारत 1947 से अब तक। यह एक ऐसा समय था जब भारत ने राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुत विकास किया। इस समय के दौरान, भारत में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं, जिनमें शामिल हैं:
भारत की स्वतंत्रता (1947): भारत 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटेन से स्वतंत्र हुआ। भारत दो देशों में बंट गया, भारत और पाकिस्तान।
भारतीय संविधान का निर्माण (1949): भारतीय संविधान 1949 में तैयार किया गया था। यह दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है।
भारत का पहला लोकतांत्रिक चुनाव (1952): भारत का पहला लोकतांत्रिक चुनाव 1952 में हुआ था। इस चुनाव में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने बहुमत जीता और जवाहरलाल नेहरू को भारत का पहला प्रधानमंत्री चुना गया।
भारत-चीन युद्ध (1962): भारत-चीन युद्ध 1962 में हुआ था। यह युद्ध भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के कारण हुआ था। भारत युद्ध हार गया।
भारत-पाकिस्तान युद्ध (1965): भारत-पाकिस्तान युद्ध 1965 में हुआ था। यह युद्ध कश्मीर के मुद्दे पर हुआ था। युद्ध अनिर्णायक रहा।
भारत-पाकिस्तान युद्ध (1971): भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 में हुआ था। यह युद्ध पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) की स्वतंत्रता के लिए लड़ा गया था। भारत ने युद्ध जीता और पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बन गया।
भारत का आपातकाल (1975-1977): भारत का आपातकाल 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा घोषित किया गया था। आपातकाल के दौरान, सरकार ने नागरिक स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगा दिया और कई राजनीतिक विरोधियों को गिरफ्तार कर लिया। आपातकाल 1977 में समाप्त हुआ और इंदिरा गांधी को सत्ता से हटा दिया गया।
भारत का परमाणु परीक्षण (1974): भारत ने 1974 में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया। यह परीक्षण पोखरण में किया गया था।
भारत का आर्थिक उदारीकरण (1991): भारत ने 1991 में आर्थिक उदारीकरण शुरू किया। इसने विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया और सरकारी नियंत्रण को कम किया।
भारत का परमाणु परीक्षण (1998): भारत ने 1998 में अपना दूसरा परमाणु परीक्षण किया। यह परीक्षण पोखरण में किया गया था।
भारत का चंद्रमा मिशन (2008): भारत ने 2008 में चंद्रमा पर अपना पहला मिशन भेजा। चंद्रयान-1 नाम का यह मिशन चंद्रमा की सतह पर उतरा और चंद्रमा की सतह की तस्वीरें लीं।
भारत का मंगल मिशन (2013): भारत ने 2013 में मंगल पर अपना पहला मिशन भेजा। मंगलयान नाम का यह मिशन मंगल की कक्षा में प्रवेश किया और मंगल की सतह की तस्वीरें लीं।
भारत का नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना (2014): नरेंद्र मोदी 2014 में भारत के प्रधानमंत्री बने। वह भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं।
भारत का GST लागू होना (2017): भारत ने 2017 में GST लागू किया। GST एक अप्रत्यक्ष कर है जो वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री पर लगाया जाता है।
भारत का नागरिकता संशोधन अधिनियम (2019): भारत ने 2019 में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) पारित किया। यह अधिनियम अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता प्रदान करता है।
भारत का कोविड-19 महामारी (2020): भारत ने 2020 में कोविड-19 महामारी का सामना किया। महामारी ने देश की अर्थव्यवस्था और समाज पर गहरा प्रभाव डाला।
यह भारत के स्वतंत्र भारत का एक संक्षिप्त विवरण है। इस समय के दौरान, भारत ने राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुत विकास किया। भारत के स्वतंत्र भारत ने भारत की संस्कृति और सभ्यता को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।